✍️ राजस्थान के लोकमान्य तिलक – अर्जुनलाल सेठी
🔰 परिचय:
राजस्थान की धरती पर अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने जन्म लिया, लेकिन उनमें से एक नाम है अर्जुनलाल सेठी, जिन्हें “राजस्थान के लोकमान्य तिलक” के रूप में जाना जाता है। उनका जन्म 1880 ई. में जयपुर के एक जैन परिवार में हुआ।
🛡️ उनका बलिदान और क्रांतिकारी सोच:
इलाहाबाद से B.A. करने के बाद ज़िलाधिकारी की नौकरी ठुकराकर उन्होंने कहा –
"अगर सेठी अंग्रेजों की नौकरी करेगा तो अंग्रेजों को बाहर कौन निकालेगा?"
🚩 प्रमुख योगदान:
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1905: विद्या प्रचारक समिति की स्थापना
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1908: जयपुर में जैन वर्धन पाठशाला की स्थापना (क्रांतिकारियों को प्रशिक्षण देने हेतु)
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1912: हार्डिंग बम कांड में संदिग्ध
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1915: राजस्थान में सशस्त्र क्रांति की जिम्मेदारी
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वेल्लूर जेल में 5 साल की सजा
📚 साहित्यिक योगदान:
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शुद्ध मुक्ति, परामर्श यज्ञ, मदन पराजय जैसी पुस्तकें
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अजमेर में "करीम खान" नाम से कार्य
✨ निष्कर्ष:
अर्जुनलाल सेठी का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा है। उन्होंने न केवल अंग्रेजों से लोहा लिया, बल्कि शिक्षा, क्रांति और सांप्रदायिक सौहार्द के क्षेत्र में भी ऐतिहासिक योगदान दिया।
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