जाने आदिवासियों के कुम्भ के बारे में: बनेश्वर धाम - Rajasthan Study

जाने आदिवासियों के कुम्भ के बारे में: बनेश्वर धाम

बनेश्वर धाम: नदियों के संगम पर राजस्थान का पवित्र स्थल

बनेश्वर धाम: नदियों के संगम पर राजस्थान का पवित्र स्थल

राजस्थान के डूंगरपुर जिले में स्थित बनेश्वर धाम एक अत्यंत प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो त्रिवेणी संगम पर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और हर साल हजारों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। बनेश्वर धाम न केवल धार्मिक बल्कि प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है।

बनेश्वर धाम का इतिहास

बनेश्वर महादेव मंदिर की स्थापना 1510 विक्रम संवत में डूंगरपुर राज्य के तत्कालीन शासक आसकरण ने की थी। मंदिर में एक स्वयंभू शिवलिंग स्थित है। बाद में, 1750 में संत मावजी की बहू ने लक्ष्मी-नारायण मंदिर का निर्माण कराया। यह स्थल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है।

नदियों का संगम और धार्मिक महत्व

बनेश्वर धाम सोम, माही और जाखम नदियों के संगम पर स्थित है। इस त्रिवेणी संगम को धार्मिक दृष्टि से पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि यहाँ स्नान करने से पाप मिटते हैं और जीवन में शांति और समृद्धि आती है।

प्रमुख त्योहार और मेले

महाशिवरात्रि मेला

महाशिवरात्रि के अवसर पर बनेश्वर धाम में विशेष पूजा और भव्य मेला आयोजित होता है। भक्त दूर-दूर से आते हैं और रातभर भजन-कीर्तन करते हैं।

श्रावण मास

श्रावण मास में सोमवार को यहाँ विशेष आरती और जलाभिषेक आयोजित होता है। यह समय भगवान शिव के भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

मंदिर की विशेषताएँ

  • शिवलिंग की मूर्ति: प्राचीन और पवित्र शिवलिंग।
  • आरती और भजन: सुबह और शाम की आरती भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव देती है।
  • संगम और घाट: नदियों के संगम पर स्थित घाट श्रद्धालुओं को शांति का अनुभव कराते हैं।

कैसे पहुँचें

  • रेल मार्ग: नजदीकी रेलवे स्टेशन उदयपुर।
  • सड़क मार्ग: उदयपुर और आसपास के शहरों से सड़क मार्ग द्वारा पहुँचा जा सकता है।

क्यों खास है बनेश्वर धाम

यह स्थल धार्मिक आस्था और प्राकृतिक सुंदरता का अद्भुत मेल है। यहाँ आने वाले भक्त आध्यात्मिक शांति और सांस्कृतिक अनुभव दोनों प्राप्त करते हैं। नदियों का संगम और मंदिर का वातावरण इसे राजस्थान का एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र बनाता है।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1: बनेश्वर धाम का इतिहास क्या है?

A1: बनेश्वर धाम में भगवान शिव की मूर्ति 1510 विक्रम संवत में स्थापित हुई थी और बाद में लक्ष्मी-नारायण मंदिर का निर्माण भी हुआ।

Q2: बनेश्वर धाम में सबसे बड़ा मेला कब होता है?

A2: महाशिवरात्रि और श्रावण मास में यहाँ सबसे बड़े मेले आयोजित होते हैं।

Q3: नदियों का संगम कौन-कौन सी नदियों में है?

A3: यह स्थल सोम, माही और जाखम नदियों के संगम पर स्थित है।

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